मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश की कमी को देखते हुए किसानों मैं निराशा का माहौल छाया हुआ है इन क्षेत्रों में बारिश की कमी के कारण सोयाबीन की फसल लगभग नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई है अगर आने वाले कुछ दिनों में बारिश नहीं होती है तो इन क्षेत्रों की सोयाबीन की फसल बिल्कुल समाप्त होने की खबरें दिखाई दे रही है|
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मालवा क्षेत्र में है बुरा हाल
मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में सोयाबीन की खेती करने वाले किसान अब निराश हो चुके हैं और इन क्षेत्रों में रहने वाले किसानों का बहुत ही बुरा हाल है क्योंकि इन क्षेत्रों में बारिश को हुए अभी लगभग पिछले 15 दिन हो चुके हैं और इस समय बारिश की कमी से सोयाबीन के फूल समाप्त हो रहे हैं जिससे सोयाबीन की फसल लगभग समाप्त होने की कगार पर पहुंच गई है मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में बात करें नीमच मंदसौर जावरा रतलाम की तो क्षेत्रों में बारिश की कमी से सोयाबीन का समाप्त होना दिखाई दे रहा है जिससे किसानों में निराशा का माहौल बना हुआ है|
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सोयाबीन की फुल अवस्था में बारिश होना जरूरी
सोयाबीन का भी फुल अवस्था में होने के कारण बारिश का होना जरूरी है क्योंकि बारिश के कारण ही फूलों सा से फल अवस्था में जाने के लिए बारिश की पर्याप्त मात्रा में होना आवश्यक है क्योंकि अगर बारिश की कमी इस समय देखी जाएगी तो इस समय फुल अवस्था समाप्त होगी और सोयाबीन का उत्पादन किस कारण प्रभावित होने की पूरी संभावनाएं जताई जा रही है|
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सोयाबीन का उत्पादन होगा प्रभावित,
मौसम के अनुकूलता ना रहने के कारण अभी इस वर्ष सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है क्योंकि अभी सोयाबीन पर लगभग 20 से 25% तक उत्पादन प्रभावित होने की खबरें सामने आ रही है क्योंकि मालवा क्षेत्र में सोयाबीन की पैदावार अच्छी होती है और मालवा क्षेत्र में लगभग बारिश की कमी बहुत ही ज्यादा दिखाई दे रही है और इससे सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित होने की पूर्ण संभावना जताई जा रही है|