Soyabean Market Report | सोयाबीन में कब बनेगी तेजी
सोयाबीन के भावो में अभी पिछले कुछ दिनों में मंदी देखने को मिली हे इसी को देखते हुए आज की इस पोस्ट में जानेंगे सोयाबीन की तेजी मंदी से जुड़े खास फेक्ट
सोयाबीन तेजी मंदी रिपोर्ट
चीन में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारन अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी अस्थिरता दिखाई दे रही है जिसका असर अब भारतीय सोयाबीन बाजार पर भी देखने मिल रहा है जिससे आज प्लांटो ने सोयाबीन के भावो में 25/50 रु की कटौती की है इसके साथ चीन द्वारा सोयाबीन का आयात में भी कमी आई है चीन के सांख्यिकी के सामान्य प्रशासन के अनुसार चीन ने नवंबर में 7.35 मिलियन टन सोयाबीन का आयात किया जो की नवंबर 2021 के तुलना में कम है आंकड़ो के मुताबिक जनवरी-नवंबर की अवधि में चीन ने पिछले साल इसी अवधि की तुलना में ब्राजील से सोयाबीन का आयात 56.5 से घटाकर 51.83 मिलियन टन और संयुक्त राज्य अमेरिका से 25.2 से घटाकर 23.01 मिलियन टन का किया है जिसके पीछे कारन यह है की चीन में कोरोना के मामले अधिक सामने आ रहे है जिससे चीन द्वारा सोयाबीन का आयात धीमा हो गया है इसके साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोया डीओसी के भाव निचे होने से निर्यात पड़ता नहीं लग रही है तथा सोयाबीन में भी साल्वेंट प्लांटो की वास्तविक मांग कमजोर पड़ने लगी है जिसे देखते हुए आगे भी सोया डीओसी में तेजी की संभावना दिखाई नहीं दे रही है जानकारों के मुताबिक यहाँ की अपेक्षा ब्राजील-अर्जेंटीना के निर्यातक मंदे भाव का सोया डीओसी निर्यात कर रहे है दुस्दारी और चाइना में भी औद्योगिक व्यापार में तंगी बनी हुयी है जिससे वहा की खपत वाले उद्योग भी ऊँचे भाव के डीओसी लेने से पीछे हट गए है दूसरी और पाकिस्तान में भी आर्थिक तंगी है तथा बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका पहले से ही आर्थिक तंगी से जुंझ रहे है युएसए सहित यूरोपीय देशो में सोया डीओसी अर्जेंटीना की पड़ते में आ रही है इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए जानकार बताते है की डीओसी में आगे भी तेजी की संभावना दिखाई नही दे सकती है जिसके असर से सोयाबीन के भावो पर दबाव के रूप में देखने मिल रहा है
